ग्राम प्रधान ओर ग्राम विकास अधिकारी ने मिलकर इज्जतघर के पैसे का किया बंदरबांट

ग्राम प्रधान ओर ग्राम विकास अधिकारी ने मिलकर इज्जतघर के पैसे का किया बंदरबांट
भारत की मोदी सरकार ने स्वच्छ भारत बनाने के लिए सत्ता में आते ही मुहिम छेड़ दी थी। गांव और शहरों में अभियान चलाकर स्वच्छ भारत बनाने का निर्णय लिया गया है। वही गांव और शहरों को शौच मुक्त बनाने के लिए हर गांव और शहर में इज्जत घर बनाने के लिए मोदी सरकार हर गांव को करोड़ों रुपए भी दे रही है, लेकिन देवरिया जनपद के तवककलपुर गांव में ग्राम प्रधान और ग्राम विकास अधिकारियों ने मिलकर सरकारी योजना के तहत बनने वाले इज्जतघर की ही इज्जत लूट ली।
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ग्राम प्रधान और ग्राम विकास अधिकारियों की है यह करतूत
ग्राम प्रधान और ग्राम विकास अधिकारी ने गांव में शौचालय निर्माण के लिए सरकार द्वारा दिए गए पैसे को बंदरबाट करके पूरा पैसा चट कर गए। दोनों ने यह पैसा लाभार्थियों को न देकर इसे निजी खर्च में प्रयोग किया जिसका नजारा गांव में भी दिखने लगा है। आपको बता दें कि प्रदेश सरकार इज्जत घर बनवाने के लिए हर गांव में लाखों रुपया लाभार्थियों को दे रही है, लेकिन ग्राम प्रधान और ग्राम विकास अधिकारी मिलकर उन पैसों को कागजों में पूरा करके सरकारी धन को डकार जाते हैं।
तवककलपुर गांव में स्वच्छता अभियान के तहत 103 शौचालय बनवाने का लक्ष्य था, लेकिन यह लक्ष्य कागजों मे पूरा हो चुका है। गांव में कुछ शौचालय बने हैं और आधा से अधिक अधूरे खड़े हैं, जो इंतजार कर रहे हैं कि हम भी इज्जत घर बन कर तैयार हो जाए। लेकिन सरकारी महकमे के अधिकारी अपनी जेब गर्म करने में लगे हुए हैं ओर कागजों में खानापूर्ति कर 12 लाख से अधिक रुपए खातों से निकालकर लाभार्थियों को कागजों में इज्जत घर तैयार कर दिए गए, जबकि लाभार्थियों को एक भी पैसा नहीं मिला।
लाभार्थियों को मालूम भी नहीं है की उनके नाम पर पैसा निकल चुका है। इसकी खबर तब लगी जब एक व्यक्ति ने लाभार्थियों का लिस्ट कार्यालय से निकाली और बैंक स्टेटमेंट खंगाला। स्टेटमेंट में देखा गया कि जो लाभार्थियों को इसका लाभ नहीं मिला है, उनके खाते से शौचालय का पैसा निकल चुका है। यह सूचना जब ग्रामीणों को मिली तो अधिकारियों के पास लिखित शिकायत दी। अधिकारियों नेजांच कर उचित कार्रवाई करने का भी आश्वासन दिया, लेकिन आरोपियों के ऊपर कोई कार्रवाई नहीं हुई अब देखना यह है कि घोटाले बाजो के ऊपर अधिकारी क्या कार्रवाई करते हैं।