पहले दिल्ली में रिमोट कंट्रोल से चलती थी सरकार- पीएम मोदी

चुनावी माहौल हैं हर पार्टी एक दूसरे पर वार कर रही हैं। हर पार्टी चाहती हैं की उनका नाम हो लोग उनको ही वोट दे। कांग्रेस और बीजेपी पार्टी का तो छत्तीस का आकड़ा हैं। यह हम सब जानते हैं इन दिनों छत्तीसगढ़ का माहौल बेहेद गर्म नजर आ रहा हैं। छत्तीसगढ़ के महासमुंद में रैली को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को कांग्रेस पर निशाना साधा। पीएम मोदी ने कहा कि पहले दिल्ली में रिमोट कंट्रोल से चलने वाली सरकार थी।
पीएम मोदी ने कहा कि बीजेपी की एक भी बात दिल्ली में बैठी रिमोट कंट्रोल की सरकार सुनने को तैयार नहीं होती थी। उन्होंने कहा, जिसकी वजह से ‘डॉ. रमन सिंह जी को भी कई चुनौतियों का सामना करना पड़ा। दस सालों तक, केंद्र पर ‘रिमोट कंट्रोल’ सरकार का शासन था जिसने छत्तीसगढ़ की तरफ कभी ध्यान नहीं दिया।’ रमन सिंह सरकार यूपीए सरकार से नक्सल समस्या से निपटने के लिए मदद मांगते थे लेकिन कांग्रेस सरकार को लगता था कि छत्तीसगढ़ देश में है ही नहीं।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि हमने किसानों को ताकतवर बनाया है। हम उनको आधुनिक खेती की तरफ ले जा रहे हैं। वहीं, कांग्रेस की सरकार में तेल के घोटाले हुए थे। जिन्होंने किसानों को छोड़ा नहीं, वे आज घडि़याली आंसू बहा रहे हैं। उन्होंने कहा, ‘लोकतंत्र में झूठी बातें बोलकर लोगों को गुमराह करने का हक नहीं मिलता है। यह जनता है जो सब जानती है।’ पीएम ने कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा कि सभी को पता है कि कांग्रेस ने सीताराम केसरी जी के साथ क्या किया जब वे कांग्रेस पार्टी के अध्यक्ष थे। मैं कांग्रेस को चुनैती देता हूं कि वे परिवार से किसी नेता को पार्टी का अध्यक्ष बनाएं।
वहीं, इससे पहले भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह ने शनिवार को कहा था कि कांग्रेस कभी नहीं चाहती थी कि छत्तीसगढ़ राज्य बने और यदि केन्द्र में अटल बिहारी वाजपेयी की सरकार नहीं बनती तो छत्तीसगढ़ आज भी मध्य प्रदेश का हिस्सा होता। प्रधानमंत्री और बीजेपी राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह की बाते सुनकर साफ पता लग गया की कैसे वो काग्रेस पार्टी की नीचा दिखाने के कोई मौका नही छोड़ रहें हैं। फिलहाल देखना अब यह होगा की विधानसभा चुनाव में कौन सी पार्टी बाजी मारती हैं