किन्नर अखाड़े ने बढ़ाई प्रयागराज कुंभ की चकाचौंध

प्रयागराज कुम्भ की भव्यता को अपने कैमरे में कैद करने के लिए ग्रामीण न्यूज़ की टीम इस वक़्त प्रयागराज में मौजूद है। मकर संक्रांति से यहां शुरू होने जा रहे विश्व के सबसे बड़े आध्यात्मिक समागम के लिए किन्नर अखाड़ा भी पूरे उत्साह के साथ तैयार हैं। प्रयागराज में मौजूद किन्नर अखाड़े के साधु संतों के दर्शन करने के लिए लाखों की तादाद में लोग पहुँच रहे हैं। वहीं अखाड़े के सदस्यों के जोश और उत्साह ने भी इस वक़्त संगम नगरी का माहौल और भी ज़्यादा भक्तिमय कर दिया है।
इस वक़्त प्रयागराज के किन्नर अखाड़े में आचार्य महामंडलेश्वर स्वामी लक्ष्मी नारायण त्रिपाठी की अगुवाई में देश के कोने-कोने और विदेश से आए किन्नर, अखाड़े की पीठाधीश्वर प्रभारी उज्जैन की पवित्रा माई, उत्तर भारत की महामंडलेश्वर भवानी मां, अन्तर्राष्ट्रीय महामंडलेश्वर डॉक्टर राज राजेश्वरी, जयपुर की मंडलेश्वर पुष्पा माई, दिल्ली की महामंडलेश्वर कामिनी कोहली और पश्चिम बंगाल की मंडलेश्वर गायत्री माई, महाराष्ट्र नासिक की मंडलेश्वर संजना माई समेत बड़ी संख्या में किन्नर मौजूद हैं। किन्नर अखाड़े का तीर्थराज प्रयाग में ये पहला कुंभ ह।
वाकई प्रयागराज कुंभ में इस बार एक नया अध्याय जुड़ गया है क्योंकि पहली बार “किन्नरों” ने अखाड़े के तौर पर, दूसरे अखाड़ों की तरह शाही एंट्री जो की है। साधु-संतों से अलग किन्नर अखाड़े की चकाचौंध सबसे अलग ही देखने को मिल रही है।