इमरान खान को नसीरुद्दीन शाह का जवाब-अपने देश की फ्रिक करे इमरान

इमरान खान को नसीरुद्दीन शाह का जवाब-अपने देश की फ्रिक करे इमरान
किसी के दिये बयान पर पलटवार करना या फिर बयान बाजी करना आज के दौर में इतना आसान हो गया है कि, हर नेता हर इंसान आज के वक्त में यही कर रहा है. चाहे वो सत्ता में हो या फिर विपक्ष में….हालांकि जब कोई बड़ा नेता या फिर कोई बड़ा सेलिब्रेटी बोलता है तो मामले को ज्यादा तूल मिलती है. शायद यही हुआ है….नसीरुद्दीन शाह के साथ….अभी हाल ही में उन्होंने एक बयान दिया था. जिसमें उन्होंने कहा था कि आज भारत में एक इंसान की मौत से ज्यादा तरजीह गाय की मौत को दी जाती है. इसके अलावा उन्होंने कहा था कि, मुझे अब इस देश में डर नहीं लगता बल्कि गुस्सा आता है कल कोई आकर मेरे बच्चों से पूछेगा कि तुम किसी जात से हो तो मेरे बच्चों के लिए मुश्किलें पैदा हो सकती है.
जिसके बाद देश के काफी लोगों ने नसीरुद्दीन शाह को आड़े हाथों लेते हुए उन्हें गलत बताया था. हालांकि कोई मामला या फिर कोई बात देश तक ही सीमित रहती है तो वो काफी हद तक हमारे तक ही सीमित रहती है. जिस पर हमें गौर कर उस मामले को जड़ से खत्म करने का समाधान निकालना चाहिए. हालांकि नसीरुद्दीन के इस बयान के बाद पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने कहा कि, वो बताएंगे कि अल्पसंख्यकों के साथ कैसा व्यवहार करना चाहिए. वो भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को बताएंगे की अल्पसख्यकों के साथ ऐसा व्यवहार करना उन पर कितना भारी पड़ेगा.
जिसके बाद ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन के अध्यक्ष और हैदाराबाद से सांसद असदुद्दीन ओवैसी ने भारत में अल्पसंख्यकों की स्थिति पर पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान के बयान पर कड़ी प्रतिक्रिया जाहिर की थी. ओवैसी ने ट्वीट कर कहा था कि, ‘इमरान खान को समावेशी राजनीति और अल्पसंख्यकों के अधिकारों के बारे में भारत से सीखने की जरूरत है.’
वहीं अब नसीरुद्दीन शाह ने भी इमरान खान को जवाब दे ते हुए कहा कि, इमरान खान पहले अपना घर संभाले और भारत के अल्पसंख्यकों की चिंता छोड़ दें. जाहिर है कि, पाकिस्तान के हुक्मरानों ने जब-जब भारत के अल्पसंख्यकों पर सियासत करनी चाही है तब-तब उन्हें उन्हीं के हाथों मात खानी पड़ी है. पाकिस्तान में भले ही सरकारों के चेहरे बदलते आए हैं लेकिन यह हकीकत है कि वहां की पूरी सियासत भारत के ही इर्द-गिर्द घूमती है. भारत से नफरत भले बयानों पर पाकिस्तान में कोई भी सरकार सत्ता में आती है और यदि वह इसमें कमी कर दे और गलती से भी दोस्ती की तरफ आगे बढ़े तो उसको बेदखल होने में ज्यादा वक्त नहीं लगता है. बहरहाल, पाकिस्तान को लेकर ताजा मामला इमरान खान के बयान को लेकर सामने आया है. इस बयान पर इमरान खान को उन्हीं लोगों ने खरी-खरी सुनाई है जिनपर वह सियासत करने लगे निकले थे. दरअसल, इस पूरे मामले को समझने के लिए कुछ दिन पहले का रुख करना होगा.
वहीं भाजपा ने भी इमरान के बयान पर सख्त टिप्पणी की है. भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता संबित पात्रा ने कहा कि ओसामा बिन लादेन जैसे आतंकी सरगना को शरण देने वाला पाकिस्तान ‘आतंकिस्तान’ है. वह क्या भारत को इंसानियत का पाठ पढ़ाएगा. उन्होंने कहा कि इमरान खान कांग्रेस को जरूर बहुत कुछ सीखा सकते हैं, जो उन्हें फरिश्ता बताती है. केंद्रीय अल्पसंख्यक कल्याण मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी ने कहा कि पाकिस्तान के जन्म से ही वहां अल्पसंख्यकों के खिलाफ अत्याचार होता रहा है. इमरान का बयान, ‘सौ चूहे खाकर बिल्ली हज को चली’जैसा है.
Grameen News के खबरों को Video रूप मे देखने के लिए ग्रामीण न्यूज़ के YouTube Channel को Subscribe करना ना भूले ::
https://www.youtube.com/
Kisan और खेती से जुड़ी हर खबर देखने के लिए Green TV India को Subscribe करना ना भूले ::
https://www.youtube.com/user/
Green TV India की Website Visit करें :: http://www.greentvindia.