खादी को विश्वस्तरीय बनाने के लिए केंद्र सरकार उठाएगी कदम

खादी को विश्वस्तरीय बनाने के लिए केंद्र सरकार उठाएगी कदम
खादी हमारे देश की सबसे बड़ी पहचान है। प्राचीन काल से ही भारत में खादी का इस्तेमाल होता आया है। यहां तक की महात्मा गाँधी ने भी खादी को बढ़ावा दिया जिससे देश की एक अलग पहचान बनी। केंद्र सरकार के मध्यम लघु एवं सूक्ष्म उद्योग मंत्रालय के अंर्तगत खादी को प्रोत्साहित किया जा रहा है। इससे ग्रामीण क्षेत्रों में भी रोजगार के अवसर बढ़ रहे हैं। वहीं अब केन्द्र सरकार ने इसे एक वैश्विक ब्रांड बनाने की योजना बनाई है। इसके लिए केंद्र सरकार में मंत्री नितिन गडकरी ने एक मीटिंग बुलाई जिसकी अध्यक्षता स्वयं वे ही कर रहे थे।
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खादी के राष्ट्रीय डिजाइन और उत्पाद विकास केन्द्र स्थापित होंगे
इस मीटिंग में केन्द्रीय सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यम (एमएसएमई) मंत्रालय के अंतर्गत खादी ग्रामद्योग आयोग (केवीआईसी) ने देश में राष्ट्रीय डिजाइन और उत्पाद विकास केन्द्र स्थापित करने का प्रस्ताव किया है। जिससे की खादी को बढ़ावा देने के लिए नई तकनीकों पर काम किया जा सके और खादी संस्थान बाजार मांग के अनुसार समय के रूझान के अनुरूप डिजाइन विकसित कर सकें। इस मुद्दे पर बैठक को संबोधित करते हुए केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने कहा कि खादी के उत्पाद और बिक्री को अधिक से अधिक बढ़ाने और इसे वैश्विक ब्रांड बनाने के लिए डिजाइन को परम्परा से समझौता किए बिना आधुनिक बनाने की जरूरत है।
उत्पाद डिजाइन को उपभोक्ताओं की पंसद और मांग से जोड़ा जाना चाहिए और इसमें स्थानीय, क्षेत्रीय वरीयताओं और मौसम की आवश्यकताओँ को ध्यान में रखा जाना चाहिए। इससे प्रस्तावित डिजाइन घर खादी संस्थानों को बाजार की मांग के अनुसार उत्पाद विकसित करने में मदद करेंगे। डिजाइन घर की प्राथमिक भूमिका नवीनतम डिजाइन की पहचान करना, उपभोक्ताओं की आवश्कता के अनुसार उसको अपनाना और उत्पादन के लिए विभिन्न तरह की जांच और समीक्षा करना होगा। डिजाइन घर खादी को उपभोक्ताओं का विश्वास प्राप्त करने में मददगार होंगे। खादी और ग्राम उद्योग आयोग का प्रस्ताव पूर्वोत्तर क्षेत्र में डिजाइन केन्द्र स्थापित करने के अलावा देश के पूर्वी, पश्चिमी, उत्तरी और दक्षिण भागों में एक-एक केन्द्र स्थापित करने का है।
इससे खादी को एक नई पहचान मिलेगी और जिस तरीके से बाजार में मॉडर्न फैशन चल रहा उसके अनुसार ग्राहकों कि मांग को देखते हुए उत्पाद उपलब्ध कराने में आसानी होगी। इस बैठक में केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी के साथ एमएसएमई सचिव डॉ. अरुण कुमार पांडा, वस्त्र सचिव रवि कपूर, खादी और ग्रामद्योग आयोग के अध्यक्ष वी.के.सक्सेना, जाने-माने डिजाइनर ऋतु बेरी, रोहित बल, जे.जे. वलाया, राघवेन्द्र राठौर तथा एमएसएमई और वस्त्र मंत्रालय, के.वी.आई.सी., राष्ट्रीय डिजाइन संस्थान (एनआईडी), राष्ट्रीय फैशन टेक्नोलॉजी संस्थान (एनआईएफटी) के वरिष्ठ अधिकारी शामिल हुए।
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