प्रोफेसर डॉ. कुलदीप को है धरती की फिक्र, जहरीली हो रही हवा की उन्हें सता रहती है चिंता

आज कल हमारी धरती को कितना नुकसान हो रहा हैं लेकिन ग्रेटर नोएडा के एक प्रोफेसर को धरती की फिक्र है. जहरीली हो रही हवा की उन्हें चिंता सता रहती है. इसलिए वह चर्चा-परिचर्चा से दूर जमीन पर उतरकर हवा को कम जहरीला बनाने का काम कर रहे हैं. ITS इंजिनियरिंग कॉलेज में कम्प्यूटर साइंस के प्रोफेसर डॉ. कुलदीप मलिक रोज सुबह दूध के डिब्बों में पानी भरकर अपनी आठ लाख की गाड़ी में रखते और आसपास लगे सूखे पौधों को सींचकर उन्हें सांस देते हैं ताकि हम भी साफ हवा में सांस ले सकें.
उनका साथ कुछ स्टूडेंट्स भी दे रहे हैं. उन्होंने अपने एरिया को हरा-भरा करने का संकल्प लिया हैं. उन्होंने बड़ी संख्या में पौधे भी लगाए हैं और उनकी देखभाल भी कर रहे हैं. ग्रेटर नोएडा के नॉलेज पार्क स्थित ITS इंजिनियरिंग कॉलेज के प्रोफेसर डॉ. कुलदीप ने पलूशन की दिक्कत को देखते हुए कुछ ठोस कदम उठाने की सोची. उन्होंने अपने कॉलेज के सामने, नॉलेज पार्क एरिया और शहर के अन्य स्थानों पर पौधे लगाने शुरू किए हैं.
उनकी इस मुहिम से प्रेरित होकर 60 से अधिक छात्र उनके इस कार्य में शामिल हो गए हैं.. उन्होंने बताया कि अब तक वह शहर में 1500 से अधिक पौधे लगा चुके हैं और उनकी देखभाल भी करते हैं. नॉलेज पार्क में पौधे लगाने के बाद उनकी देखभाल के लिए खुद जिम्मा उठाया है. उन्होंने पौधों में पानी देने के लिए 10 दूध के डब्बे खरीदे. सुबह कॉलेज आते समय डिब्बों में पानी भरकर लाते हैं और 20 पौधों में पानी देते हैं. उसके बाद कॉलेज से छुट्टी होने के बाद फिर डब्बों में पानी भरकर उसे पौधों में डालते हैं. अब इस मुहिम में कॉलेज की मैनेजमेंट व कॉलेज के छात्र भी शामिल हो गए हैं.
प्रोफेसर कुलदीप ने बताया कि उनके पिता इंद्र सिंह और माता वेदवती रिटायर्ड सरकारी टीचर हैं. उनकी पत्नी नोएडा स्थित एमिटी यूनिवर्सिटी में प्रोफेसर हैं.जब उन्होंने गाड़ी से पानी ढोना शुरू किया तो उनके परिवार के लोगों ने विरोध किया था, लेकिन अब वे भी उनकी इस मुहिम में शामिल होकर उनका साथ दे रहे हैं. देश की हवाओं को जहरीला होने से अगर हम बचा सकते हैं. तो हमें भी ऐसे ही काम करना पड़ेंगा.