योगी राज में सरकारी स्कूलों का हाल, नन्हें हाथ कलम के बजाए उठा रहे सिलेंडर

योगी राज में सरकारी स्कूलों का हाल, नन्हें हाथ कलम के बजाए उठा रहे सिलेंडर
नरेन्द्र मोदी सरकार से लेकर यूपी के योगी सरकार का दावा है कि शिक्षा को लेकर केन्द्र और राज्य सरकार दोनों ही शिक्षा और सरकारी स्कूलों में सुविधाओं को दुरूरस्त कर रही है। वैसे योगी सरकार के इस दावे की पोल यह एक तस्वीर खोल देती है, जिसमें स्कूल के छोटे-छोटे बच्चे पढ़ाई के बजाए स्कूल के रसोई घर का सिलेंडर ढोते दिख रहे हैं। अब इस सवाल का जवाब तो योगी जी ही दे सकते हैं कि क्या उनके राज्य में यह कोई नई स्कीम है, जिसके तहत स्कूली बच्चो से शारिरिक परिश्रम कराने का नया कोर्स जोड़ा गया? या फिर उनके राज्य में सरकारी स्कूल के बच्चों को अपने मिड डे मिल के लिए सिलेंडर भराने का काम खुद करना है?
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वायरल हो रहा है बच्चों के सिलेंडर ढ़ोने का वीडियो
फिलहाल बात जो भी हो लेकिन देवरिया जिले के भटनी क्षेत्र के प्राथमिक विद्यालय जिगना दीक्षित से सामने आया यह वीडियों तेजी से सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। वीडियो में साफ दिख रहा है कि पढ़ने वाले छः मासूम छात्र गैस सिलेंडर को उठा कर ले जा रहे हैं। यह वीडियो देख कर हर कोई स्कूल प्रशासन से लेकर योगी सरकार की स्कूली व्यवस्था पर थू-थू कर रहा है।
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वीडियों में बच्चें साफ कह रहे हैं कि स्कूल में कोई और है नहीं इस लिए उन्हें ही सिलेंडर को लेकर जा रहे हैं। वीडियों में आप बच्चों की उम्र का अंदाजा तो लगा ही सकते हैं। इतने कम उम्र के बच्चे 14 कि.ग्रा का सिलेंडर उठाकर स्कूल की कुव्यवस्था का नाजारा तो दिखा ही रहे हैं, साथ ही ये भी बता रहे हैं कि सरकारी स्कूलों की हालत अभी भी जस की तस है। मीडिया में खबर को प्रमुखता मिलने के बाद जिले के बेसिक शिक्षा अधिकारी ओम प्रकाश यादव कहते हैं कि उन्हें अभी इस बारे में पता चला है और वे इस पर कार्रवाई करेंगे।
शिक्षा अधिकारी ने तो मीडिया के कैमरे पर इतना कहकर अपनी जिम्मेंदारी निभा दी की कार्रवाई करेंगे। लेकिन यह नहीं बताया कि उनके जिले के सरकारी स्कूलों से लगातार ऐसी लापरवाही की खबरें क्यों आ रही है। अगर सही समय पर कार्रवाई हुई होती तो शायद इस तरह के वीडियो सामने नहीं आते और सरकारी स्कूलों की हालत भी सुधर सकती थी।
देवरिया से लालबाबू गौतम की रिपोर्ट