महिलाओं ने की गांव में शराबबंदी, कनमोरा में अब क्राइम रेट हुआ ज़ीरो

महिलाओं ने की गांव में शराबबंदी, कनमोरा में अब क्राइम रेट हुआ ज़ीरो भारत में एक गांव ऐसा भी हैं जंहा कि महिलाओं ने मिलकर पूरे गांव को इस शराब रुपी कीड़े से मुक्त करा दिया हैं। हम बात कर रहें हैं छतीसगढ़ के जशपुर जिलें के कनमोरा गांव की जहां की महिलों के अथक प्रयास से पूरा गांव सौ प्रतिशत शराब मुक्त हो गया हैं। गांव के सरपंच की माने तो पहले बड़ो से लेकर बच्चों तक सभी शराब के आदि हो गए थे और बच्चों को शराब पीता देख महिलाओं ने इसके लिए अपनी आवाज उठाई।
जिन्होने शराब बंदी के लिए गांव में बैठक बुला शराब बंदी के प्रस्ताव को स्वीकृति दिलाई। जिसके बाद महिलाएं हाथ में घंटी लेकर पूरे गांव के चक्कर लगाने लगी और जंहा भी उन्हे शराब मिलती वो उसे नष्ट कर देती। जंहा एक तरफ शराब पीने वाले शराब के लिए अपना सब कुछ बेचने लग गए थे और शराब बेचने वाले इसका फायदा उठाने लग गए थे। तो उन पर लगाम कसने के लिए भी उन पर जुर्माना लगाना शुरु कर दिया और साल भर के भीतर ही पूरा गांव शराब मुक्त होने लगा जिसमें पुरषों ने भी अपना योगदान देना शुरु कर दिया।
अब आलम ये हैं कि छोटे मोटे आपसी झगड़ों के लिए पुलिस के पास जान तो दूर अब पंचायत में ही उनका निपटारा कर देते हैं। साथ ही अब शराब बंदी के आंदोलन को जारी रखने के लिए समय – समय पर ग्रामीणों को जिम्मेदारीयां बांटि जा रही हैं। जंहा पिछले 7 साल में अपराधिक घटनाओं में भी कमी आई हैं।