History of 4th July-आज के दिन स्वामी विवेकानंद का निधन हुआ

History of 4th July-आज के दिन स्वामी विवेकानंद का निधन हुआ
History of 4th July-
- आज ही के दिन साल 1776 में अमेरिका को ब्रिटेन से आजादी मिली थी, जिसके चलते आज के दिन हर साल अमेरिका में स्वतंत्रता दिवस मनाया जाता है। आपको बता दें कि, अमेरिका की 13 कॉलोनियों ने मिलकर नया देश बनाने का ऐलान किया था, जिसका नाम यूनाइटेड स्टेट्स या यूएस रखा गया था। यूएस के ध्वज में उस समय 13 कॉलोनियों के आधार पर 13 स्टार्स थे। तो वहीं आज 50 राज्यों के आधार पर यूएस में 50 स्टार्स है।
- साल 1760 में आज ही के दिन मीर जाफर के बेटे मिरान की गंड़क नदीं के किनारे बिजली गिरने से मौत हो गई थी। मीर जाफर साल 1757 से लेकर 1760 तक बंगाल का नवाब रहा था। मीर जाफर का बस एकमात्र सपना यही था, कि वो कब बंगाल का नवाब बनेगा.. हालांकि, इसके बाद आगे चलकर मीर जाफर का नाम भारतीय उपमहाद्वीप में गद्दार या देशद्रोही शब्द का पर्यायवाची बन गया।
- वैक्यूम क्लीनर के फायदे तो हर कोई जानता है लेकिन बहुत ही कम लोग ऐसे हैं जो इसे बनाने वाले को जानते हैं। तो दोस्तों हम आपको बतातें है कि, हबर्ट सेसिल बूथ ने दुनिया का पहला संचालित वैक्यूम क्लीनर बनाया था। अब आप सोच रहे होंगे, कि आज के इतिहास से इसका क्या लेना देना है दरअसल, साल 1871 में आज ही के दिन पहला संचालित वैक्यूम क्लीनर बनाने वाले Hubert cecil booth का जन्म हुआ था। जिसके चलते आज के इतिहास में उनका भी नाम दर्ज किया गया है।
- स्टेच्यू ऑफ लिबर्टी तो सबने ही देखा होगा.. हां भले ही हकीकत में ना सही लेकिन तस्वीरों में तो हम सबने ही स्टेच्यू ऑफ लिबर्टी को देखा है.. दोस्तों आपको बता दें कि, साल 1876 में आज ही के दिन फ्रांस ने अमेरिका को स्टेच्यू ऑफ लिबर्टी गिफ्ट के तौर पर दी थी। दरअसल, फ्रांस ने अमेरिका को ये तोहफा अपनी और अमेरिका के बीच की दोस्ती के प्रतीक के तौर पर दी थी। आपको बता दें कि, तांबे की बनी मूर्ती स्टेच्यू ऑफ लिबर्टी 151 फुट लंबी है, हालांकि, इसकी चौकी और आधारशिला मिलाकर इसकी लंबाई तकरीबन 305 फुट होती है। इतना ही नहीं, 22 मंज़िला इस मूर्ति के ताज तक पहुंचने के लिये 354 घुमावदार सीढ़ियां चढ़नी पड़ती हैं।
- साल 1898 में आज ही के दिन गुलजारी लाल नंदा का जन्म हुआ था। आपको बता दें कि, गुलजारी लाल नंदा एक स्वतंत्रता सेनानी होने के साथ 2 बार भारत के प्रधानमंत्री भी रह चुके हैं। और इतना ही नहीं, इनको भारत सरकार द्वारा भारत रत्न से भी सम्मानित किया जा चुका हैं।
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साल 1902 में सिर्फ 39 साल की उम्र में स्वामी विवेकानंद का निधन हो गया था। आपको बता दें कि, स्वामी विवेकानंद का असली नाम नरेंद्र नाथ दत्त था। स्वामी विवेकानंद ने अमेरिका के शिकागों में आयोजित विश्न धर्म महासभा में भारत की ओर से सनातन धर्म का प्रतिनिधित्व किया था। इतना ही नहीं, उन्होंने कोलकाता में रामकृष्ण मिशन की स्थापना भी की थी।, इसी के साथ आपको ये भी बता दें कि, स्वामी विवेकानंद के जन्मदिन को राष्ट्रीय युवा दिवस के रूप में भी मनाया जाता है।
- 1916 में आज ही के दिन हिंदी फिल्मों की मशहूर अभिनेत्री नसीम बानों को जन्म हुआ था। आपको बता दें कि, उस समय नसीम बानों को उनकी दिलकश अदाओं और खूबसूरती के चलते ब्यूटी क्वीन भी कहा जाता था।
- आज ही के दिन साल 1934 में नोबेल पुरस्कार से सम्मानित की जाने वाली पहली महिला मैरी क्यूरी का निधन हुआ था। आपको बता दें कि, मैरी क्यूरी को पोलोनियम और रेडियम जैसे रासायनिक पदार्थों की खोज के लिए जाना जाता है।
- साल 1945 में आज ही के दिन हिंदी फिल्मों के मशहूर अभिनेता सुशील कुमार का जन्म हुआ था। सुशील कुमार ने फिल्म दोस्ती के अलावा काला बाजार, फूल बने अंगारे जैसी फिल्मों में काम किया है। हालांकि, सुशील कुमार का फिल्मी करीयर मानों शुरू होते ही खत्म हो गया, क्योंकि, साल 1971 में उन्हें एयर इंडिया में नौकरी मिल गई जिसके बाद उन्होंने फिलमों को बाय-बाय कह दिया।
- साल 1963 में आज ही के दिन देश के राष्ट्रीय ध्वज तिरंगा के डिजाइनर पिंगली वैकेया का भी निधन हुआ था। आपको बता दें कि, पिंगली ने सिर्फ 19 साल की उम्र में ही ब्रिटिश आर्मी ज्वाइन कर ली थी।
- 1947 में आज ही के दिन भारत के बंटवारे को विधेयक पेश हुआ था। ब्रिटेन से आजाद होने के बाद भारत का स्वरूप कैसा होगा यही तय करने के लिए ब्रिटेन की संसद में द इंडियन इंडिपेंडस एक्ट पेश हुआ। आपको बता दें कि, इसी विधेयक में भारत के बंटवारे और पाकिस्तान को एक अलग देश बनाने का प्रस्ताव रखा गया था।
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