History of 20th February- औरंगजेब का 1707 में अहमदनगर में निधन हुआ

History of 20th February- देश और दुनिया के इतिहास से जुड़ी आज की बड़ी खबरें-
मुगल साम्राज्य के शासक औरंगजेब का 1707 में अहमदनगर में निधन हुआ.. औरंगजेब भारत के 6ठे मुगल शासक थे, जिन्होंने भारत में कई सालों तक राज किया, औरंगजेब ने भारत में 1658 से लेकर 1707 तक भारत में शासन किया था। अकबर के बाद औरंगजेब ही थे, जिन्होंने इतने लंबे वक्त तक भारत में शासन किया।
कलकत्ता मेडिकल कॉलेज आधिकारिक तौर पर 1835 में आज ही के दिन खोला गया था। यह एशिया में यूरोपियाई चिकित्सा का दूसरा महाविद्यालय था।
‘अमृत बाजार पत्रिका’ का पहला सप्ताहिक अंक आज ही के दिन 1868 में बांगाली में प्रकाशित किया गया। अमृत बाजार पत्रिका’ एक ऐसा अखबार है जिसकी गिनती देश के सबसे पुराने अखबारों में की जाती है।
कैरोलिन मिकेल्सन 20 फरवरी 1935 में अंटार्कटिक पर कदम रखने वाली पहली महिला बनीं थी। आपको बता दें कि, अंटार्टिका में कैरोलिन के नाम से एक पर्वत भी हैं।
1950 में राष्ट्रवादी नेता शरत चंद्र बोस की मृत्यु हो गई थी। शरत चंद्र बोस भारत के एक स्वतन्त्रता सेनानी और बैरिस्टर थे। साथ ही वो सुभाष चन्द्र बोस के बड़े भाई भी थे।
साल 1962 में आज ही के दिन जॉन एच ग्लेन अमेरिका के प्रथम अंतरिक्ष यात्री बने थे। जॉन हर्शल ग्लेन एक संयुक्त राज्य मरीन कॉर्प्स एविएटर, इंजीनियर और अंतरिक्ष यात्री होने के साथ-साथ व्यापारी और राजनीतिज्ञ भी थे। वो 20 फरवरी 1962 में तीन बार चक्कर लगाते हुए पृथ्वी की परिक्रमा करने वाले पहले अमेरिकी थे।
1987 में आज ही के दिन अरूणाचल प्रदेश और मिजोरम को अधिकारिक तौर पर देश का 23वां और 24वां राज्य घोषित किया गया था। जहां एक तरफ अरूणाचल प्रदेश पुर्वोत्तर भारत का सबसे बड़ा राज्य हैं, वहीं दूसरी ओर मिजोरम केरल के बाद देश का दूसरा सबसे पढ़ा-लिखा राज्य माना जाता हैं।
भारत के मशहूर फुटबॉल खिलाड़ी जरनैल सिंह का जन्म आज ही के दिन 1936 में पनाम जिला होशियारपुर में हुआ था.. दोस्तो जरनैल सिंह का पूरा नाम जरनैल सिंह ढिल्लों हैं। वह 1965 से 1967 तक भारतीय फुटबाल टीम के कप्तान रहे और उनके नेतृत्व में टीम ने बहुत बेहतरीन प्रदर्शन किया। 1962 के जकार्ता एशियाई खेलों में जरनैल सिंह के सिर में चोट लगने की वजह से छह टांके आए थे, लेकिन इसके बावजूद भी उन्होंने एशियाई खेलों में अपने गोल से देश को फुटबॉल में पहली बार स्वर्ण पदक हासिल कराया।
साल 1985 में हिन्दी के प्रसिद्ध कवि और गांधीवादी विचारक भवानी प्रसाद मिश्र का आज ही के दिन निधन हो गया था.. भवानी प्रसाद मिश्र की कविताएं गाधीवाद से प्रेरित थी। 1972 में भवानी मिश्र को उनकी लिखी हुए किताब बुनी हुई रस्सी के लिए अकादमी पुरस्कार से सम्मानित किया गया। कालजयी, त्रिकार संध्या गीत फरोश, चकित है दुख, बुनी हुई रस्सी, खुशबू के शिलालेख उनकी लिखी किताबों में मशहूर हैं।
Grameen News के खबरों को Video रूप मे देखने के लिए ग्रामीण न्यूज़ के YouTube Channel को Subscribe करना ना भूले ::
https://www.youtube.com/channel/UCPoP0VzRh0g50ZqDMGqv7OQ
Kisan और खेती से जुड़ी हर खबर देखने के लिए Green TV India को Subscribe करना ना भूले ::
https://www.youtube.com/user/Greentvindia1
Green TV India की Website Visit करें :: http://www.greentvindia.com/