October 1, 2023

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History of 12th Sep – आज है फ़ीरोज़ गांधी की जयंती, मिहिर सेन ने किया था कमाल

History of 12th Sep - आज है फ़ीरोज़ गांधी की जयंती, मिहिर सेन ने किया था कमाल

History of 12th Sep - आज है फ़ीरोज़ गांधी की जयंती, मिहिर सेन ने किया था कमाल

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आज 12 सितंबर है। बाकी के दिनों की तरह ही 12 दिसंबर के दिन का भी इतिहास में एक अलग महत्व है। आज के दिन ही फ़ीरोज़ गांधी का जन्म हुआ था। वहीं इसी दिन साल 1966 को भारतीय तैराक मिहिर सेन ने डारडेनेल्स को तैरकर पार किया था। इसके आलावे इस दिन के इतिहास पर अगर गौर करें तो कई ऐसी महत्वपूर्ण घटनाएं इस दिन को घटित हुई हैं जिनका इतिहास की दृष्टि से बड़ा महत्व है। तो चलिए ऐसी ही कुछ ऐतिहासिक घटनाओं पर नजर डालते हैं।

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भारतीय तैराक मिहिर सेन

भारतीय तैराक मिहिर सेन एक कैलेंडर वर्ष में पांच अलग-अलग महाद्वीपों के पांच अलग-अलग समुद्रों में तैरने वाले पहले भारतीय थे। वहीं मिहिर सेन को प्रसिद्धि तब मिली जब उन्होंने साल 1958 में द इंग्लिश चैनल को तैरकर पार किया। 14 घंटे और 45 मिनट में इंग्लिश चैनल को पार करने वाले वे पहले भारतीय और पहले एशियाई व्यक्ति थे। साल 1966 में वे तैराकी से हर महाद्वीप में जल निकायों को पार करने वाले पहले व्यक्ति बन गए। वहीं 12 सितंबर के दिन साल 1966 को उन्होंने डारडेनेल्स को तैरकर पार किया। ये कारनामा करनेवाले वे विश्व के प्रथम व्यक्ति थे।

लॉॅर्ड कॉर्नवालिस

लॉर्ड कॉर्नवॉलिस को पिट्स इण्डिया एक्ट के अन्तर्गत शांति स्थापना तथा शासन के पुनर्गठन हेतु गवर्नर-जनरल नियुक्त करके भारत भेजा गया था। लॉॅर्ड कॉर्नवालिस ने अपने कामों से सुधारों की एक कड़ी स्थापित की। इन्होंने 1793 ईस्वी में बंगाल में स्थायी बन्दोबस्त के रूप में एक नई राजस्व पद्धति की शुरूआत की। इसके समय में जिले के सभी अधिकार कलेक्टर को दिया गया। कॉर्नवालिस को ही भारतीय सिविल सेवा का जनक माना जाता है। वहीं लॉॅर्ड कॉर्नवालिस ने ही ब्रिटिस इस्ट इंडिया कंपनी को तीसरे एंगलो मैसूर वार में लीड किया था जिसमें टीपू सुल्तान की हार हुई थी।

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फ़ीरोज़ गाँधी का जन्म

12 सितंबर के दिन ही स्वतंत्रता सेनानी और लोकसभा के प्रभावशाली सदस्य फ़ीरोज़ गाँधी का जन्म साल 1912 में हुआ था। फिरोग गांधी अपने राजनीतिक करियर के दौरान संसद मे अपने प्रखर और निडर व्यक्तव्य के लिए जाने जाते थे। यहां तक की वे संसद में अपनी ही पार्टी कांग्रेस की सरकार का भी विरोध करने से पिछे नहीं रहते थे। कई मामलो में उन्होंने पं. नेहरू का संसद में खुलकर विरोध किया था। वे भारत की पूर्व प्रधाानमंत्री इंदिरा गांधी के पति भी थे।

आतंकवाद के खिलाफ अमेरिका का जंग का ऐलान

2001 में 12 सितंबर को ही अमेरिका ने आतंकवाद के खिलाफ खुले तौर पर जंग का ऐलान किया था। 9/11 के हमले के बाद अमेरिका ने यह कदम उठाया था। अमेंरिका के इस युद्ध घोषणा के टारगेट पर मुख्य रूप से सुन्नी इस्लिामिक चरमपंथी संगठन थे। मुख्य तौर पर अलकायदा और तालिबान अमेंरिका के निशाने पर थे। इस युद्ध के खत्म होने की घोषणा 2013 में अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा ने की थी।

सारागढ़ी का प्रसिद्ध युद्ध

12 तारीख को साल 1897 इसवी में सारागढ़ी का प्रसिद्ध युद्ध लड़ा गया था। यह युद्ध दुनिया के सबसे शानदार युद्धों में से एक था। सारागढ़ी पोस्ट पर सिर्फ 21 सिख जवान तैनात थे। लेकिन इन 21 सिख जवानों ने 10,000 से ज्यादा अफ्गानी लड़ाकों को मार गिराया था। हाल ही में इतिहास की इसी घटना पर अधारित सुपरस्टार अक्षय कुमार की फिल्म केसरी भी आई थी।

टाइपराइटर फॉर कस्टमर

टाइपराइटर का अविस्कार प्रिंटर के अविष्कार की तरह ही इंसानी इतिहास में अपना महत्व रखता है। इसका अविष्कार Christopher Latham Sholes, Frank Haven Hall, Carlos Glidden and Samuel W. Soule नाम के अमेरिकियों ने मिलकर किया था। इसे पहली बार 12 सितंबर को कमर्शियल पर्पस के लिए मार्केट में उतारा गया था। लेकिन यह बहुत ज्यादा चर्चा में 1880 तक ही हो सका। हिन्दी का पहला टाइपराइटर 1930 में आया था।

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