Kisan Bulletin 23rd Sep- आखिरकार सरकार ने मांगी किसानों की 5 मांगे

Kisan Bulletin 23rd Sep
Kisan Bulletin 23rd Sep-
- बीते दिन भारी रोष प्रदर्शन के बाद किसानों एवं मजदूरों की समस्याओं पर गौर करते हुए आखिरकार सरकार ने किसानों के सामने घुटने टेक दिए. आपको बता दें की उत्तर प्रदेश के सहारनपुर से दिल्ली की तरफ निकले किसानों की पैदल यात्रा अंतत: सफल रही. जिसमें किसानों की 15 मांगों में से 5 मांगों को सरकार ने मानने का फैसला लिया है. वहीं बाकि की मांगों पर विचार करने की बात सरकार ने कही है, जिसके बाद किसानों ने अपना धरना प्रर्दशन खत्म करने का ऐलान किया है. आपको बता दें की बीते दिन किसानों ने पैदल यात्रा कर दिल्ली कूच करने की तैयारियां की थी, वहीं किसानों ने अपना धरना खत्म करने के साथ सरकार को चेतावनी देते हुए कहा है कि, अगर भविष्य में सरकार अपने वादे के मुताबिक हमारी मांगों को नहीं मानती तो हम अपने आंदोलन को पूर्ण करेंगे. आपको बता दें की जहां किसानों की मांग थी कि उन्हें सिंचाई के लिए फ्री बिजली, शिक्षा एवं स्वास्थ्य की व्यवस्था मिले तो वहीं उनके परिवारों को दुर्घटना बीमा योजना का लाभ दिया जाए. इसके साथ किसानों का कहना था कि, किसानों का कर्ज माफ किया जाए. इसके अलावा किसानों की मांग है की पश्चिमी उत्तर प्रदेश में किसानों के लिए हाईकोर्ट और एम्स खोले जाएं. जबकि बूढ़े गोवंशों के पालन के लिए 300 रुपये प्रतिदिन किसानों को दिए जाएं. जब 60 साल की उम्र के किसानों के लिए5,000 रुपये मासिक पेंशन व फसलों के दाम में किसान प्रतिनिधियों की मौजूदगी तय की जाए.
- हाल ही में लुधियाना में किसान मेले का उद्घाटन करने पहुंचे पंजाब के मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह ने किसानों को गुरूनानक जी के प्रकाश पर्व का वास्ता देकर पराली ना जलाने की अपील की है। आपको बता दें कि, ना सिर्फ केंद्र सरकार बल्कि राज्य सरकारें भी अपने स्तर पर पराली जलने से रोकने के हर मुमकिन कोशिशें करने में जुटी हुई हैं, ऐसे में पंजाब के मुख्यमंत्री ने भी किसानों से उनके बच्चों को आगे रखकर इस बारे में सोचने को कहा है… उन्होंने कहा कि, किसान हैप्पी सीडर का इस्तेमाल करें, जिस पर सरकार सब्सिडी भी दे रही है। तो वहीं दूसरी तरफ पराली जलाने से पंजाब का ही नुकसान है.. और साथ ही, पर्यावरण के साथ पराली जलाने से खेती की मिट्टी को भी काफी नुकसान पहुंचता है। आपको बता दें कि, इस दौरान उन्होंने किसानों को पराली प्रबंधन के लिए हैप्पी सीडर का इस्तेमाल करने पर काफी जोर दिया.. तो वही मुख्यमंत्री ने पंजाब के गिरते जल स्तर पर चिंता जताई.. और किसानों से कम पानी वाली फसलें उगाने का आग्रह किया।
- अब जल्द ही प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना के लाभार्थी योजना के लिए खुद ही रजिस्ट्रशन कर सकेंगे। साथ ही, लाभार्थी इस योजना के तहत मिलने वाली किस्त की जांच भी कर सकेंगे। ये सुविधा लाभार्थी को कॉमन सर्विस सेंटर के माध्यम से मिलेगी। आपको बता दें कि, सभी लाभार्थियों तक पहुंचने के लिए सरकार ने पीएम-किसान योजना पोटर्ल को सुगम बनाने का फैसला किया है। लाभार्थी इस योजना के लिए केसीसी के माध्यम से खुद रजिस्ट्रेशन करवा सकेंगे, इसके अलावा खाते में पैसे आए या नहीं इसकी भी जांच कर सकेंगे। तो वहीं देशभर में करीब 13.32 करोड़ किसान पीएम-किसान योजना के दायरे में आते हैं, और एक जानकारी के अनुसार, अभी तक सिर्फ 8.56 लाख किसानों का ही रजिस्ट्रेशन हो सका है। जो कि, कुछ लाभंवित किसानों को 64 फीसदी है। आपको बता दें कि, देश के 6.54 करोड़ किसानों को योजना की पहली किस्त मिल चुकी है, जबकि दूसरी किस्त केवल 3.83 करोड़ और तीसरी किस्त 1.41 करोड़ किसानों को ही मिली है।
- उत्तराखंड के रूडकी जिले की लक्सर शुगर मिल ने कुछ दिनों पहले किसानों की दो गन्ने की प्रजातियों को रिजेक्ट बताकर भुगतान में कटौती की, जिसके चलते किसानों ने गन्ना किसानों ने समिति में जमकर हंगामा किया। किसानों ने मांग की है कि, कटौती का भुगतान किया जाना चाहिए, आपको बता दें कि, ये किसान अपनी मांग को लेकर 11 सितंबर से धरने पर बैठे हुए हैं, और किसानों का ये धरना अभी भी जारी है।
- मध्य प्रदेश के बेतूल क्षेत्र में लगातार हो रही बारिश ने किसानों की खरीफ फसल पूरी तरह से चौपट कर दी है। किसानों की मानें तो इस साल उनके लिए खरीफ फसल से लागत निकाल पाना भी मुश्किल है। तो वहीं, प्रशासनिक स्तर पर अभी तक खराब फसलों का सर्वे शुरू नहीं हो पाया है। ऐसे में जिले के किसानों की इस फसल से उम्मीदें ही खत्म हो गई हैं।
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