October 2, 2023

Grameen News

True Voice Of Rural India

Kisan bulletin 1st July 2019- किसानों के लिए मिसाल बना ये करोड़पति किसान

Kisan bulletin 1st July 2019
Sharing is Caring!

Kisan bulletin 1st July 2019-

एनएच-152डी के लिए अधिग्रहीत जमीन की संशोधित अवॉर्ड राशि की घोषणा को लेकर किसान अब ज्यादा इंतजार करने के मूड में नहीं हैं। आपको बता दें कि, किसान नेताओं ने अपना आखिरी ऐलान करते हुए कहा है कि, अगर प्रशासन ने सोमवार तक संशोधित और पर्याप्त अवॉर्ड राशि की घोषणा नहीं कही तो फिर किसान रेलवे ट्रैक की तरफ कूच करेंगे.. दरअसल, किसान नेताओं ने ये साफ करते हुए कहा है कि, अब सरकार को और वक्त नहीं दिया जाएगा.. और आज रात तक किसान आरपार का कदम उठा लेंगे। जानकारी के लिए आपको बता दें कि, संशोधित अवार्ड राशि की मांग कर रहे किसानों ने प्रदेश में रेल रोको आंदोलन करने की चेतावनी सरकार को दे रखी है। आपको बता दें कि, इन किसानों ने इससे पहले बीती 27 जून को रेल रोकने का ऐलान किया था लेकिन इससे ठीक पहले 26 जून को ही उनकी जिला उपायुक्त मुकेश आहूजा से बातचीत हो गई थी। जिसके चलते किसान रेलवे ट्रैक की तरफ तो नहीं बढ़े लेकिन अब रेल रोको आंदोलन के एक्शन मूड में हैं। उन्होंने कहा कि ज्यादती होने पर किसान कभी भी रेलवे ट्रैक पर उतर सकते हैं। रमेश दलाल ने बताया कि अगर सोमवार तक प्रशासन संशोधित और नियमानुसार अवार्ड राशि घोषित नहीं करता तो फिर सोमवार रात तक किसान अपना अगला कदम उठा लेंगे।

जहां एक तरफ किसान खेती-बाड़ी से मुहं मोड़ कर काम की तालाश में शहरों की तरफ निकल पड़ते हैं तो वहीं आज उत्तर प्रदेश के बाराबंकी के छोटे से गांव दौलतपुर में रहने वाले किसान रामसरन आज सिर्फ के खेती-बाड़ी के जरिए इतनी कमाई कर रहे हैं कि, उन्हें इन्कम टैक्स भी भरना पड़ रहा हैं.. दोस्तों आपको बता दें कि, रामसरन अपनी 300 एकड़ की जमीन पर खेती करते हैं.. और इसी के साथ, 50 हजार किसानों से जुड़ उन्हें हाईटेक खेती के गुर भी सिखाते हैं। इतना ही नहीं, रामसरन तो ये भी दावा करते हैं कि, वो एक एकड़ की टमाटर की खेती से करीब 3 लाख रुपये कमा लेते हैं।  तो वहीं आलू से 80 हजार और  मेंथा से 60 हजार प्रति एकड़ कमाई की जा सकती है। आपको बता दें कि, रामसरन वर्मा साल 1986 से खेती कर रहे हैं, और आज वो अपने खेती के गुणों को 50 हजार किसानों के साथ साझा भी कर रहे हैं, हालांकि, रामसरन वर्मा सिर्फ 8वीं पास हैं लेकिन इसके बावजूद भी वो कम लागत और ज्यादा मुनाफा वाली खेती करके लाभ कमा रहे हैं। जाहिर हैं उनकी इसी सफलता के चलते इस साल भारत सरकार ने भी उन्हें पद्म श्री से सम्मानित किया हैं.. दोस्तो रामसरन वर्मा परंपरागत खेती को छोड़कर आलू, टमाटर, मेंथा केला, स्ट्रॉबेरी, और ऐलोवेरा जैसी फसलों का उत्पादन करते हैं। और शायद यही वजह से हैं कि आज वो औसत से 3 गुना ज्यादा कमाई कर रहे हैं।

चंडीगढ़ के बनूड़ जिले के 5 गांवों के किसान काफी समय से घग्गर नदी के पानी से इंजनों के जरिए अपने खेतों की सिंचाई कर रहे थे, लेकिन अब इन किसानों के सामने बड़ी मुसीबत आ खड़ी हुई है। दरअसल, इन किसानों का आरोप है कि, बनूड़ शहर में पानी की सप्लाई देने के लिए छतबीड़ जू के पास बनाए गए डैम से पानी नहीं छोड़ा जा रहा, जिसके चलते किसानों के इंजन नहीं चल पा रहे हैं, और फसल सूख गई है। और इतना ही नहीं, बीते शनिवार को जिले के किसानों ने डैम पर एकजुट होकर सिंचाई विभाग के खिलाफ जमकर नारेबाजी भी की.. किसानों को कहना है कि, पानी रोकने से उनकी धान की फसल खराब होना शुरू हो गई है। जिसके चलते सभी किसानों ने मिलकरा सिंचाई विभाग अधिकारियों और पंजाब सरकार से 3 मार्च 2016 को हुए समझौते को लागू करने की मांग की हैं। दरअसल, इस समझौते में सिंचाई विभाग के तत्कालीन सचिन के अलावा बाकी उच्च अधिकारयों ने घग्गर में इंजन लगाकर पानी उठाने के लिए किसानों के साथ लिखित समझौता किया था। जिसके तहत हर महीने की पहली से दस तारीख तक बनूड़ नहर में पानी छोड़ा जाना था लेकिन विभाग ने 23 तारीख से ही डैम में पानी रोकना शुरू कर दिया है। जिसकी वजह से किसानों की धान की फसल सूखना शुरू हो चुकी है… हालांकि, इतना ही नहीं किसानों ने बताया कि, बनूड़ नहर में पानी छोड़ने वाले दिनों के दौरान भी घग्गर में सौ क्यूसिक पानी छोड़ा जाना है, परंतु पानी की बूंद भी नहीं छोड़ी जा रही। ऐसे में किसानों ने सिंचाई विभाग और पंजाब सरकार को चेतावनी दी हैं कि, अगर समझौते को सही ढंग से लागू नहीं किया गया तो किसान बड़ा संघर्ष करने से पीछे नहीं हटेंगे। जाहिर है जिस तरह से किसान पानी की मांग को लेकर आज सरकार से भी लड़ने को तैयार बैठे हैं, तो वो दिन दूर नहीं जब पानी की किल्लत लोगों को आपस में लड़ने पर भी मजबूर कर देगी..

 

Grameen News के खबरों को Video रूप मे देखने के लिए ग्रामीण न्यूज़ के YouTube Channel को Subscribe करना ना भूले  ::

https://www.youtube.com/channel/UCPoP0VzRh0g50ZqDMGqv7OQ

Kisan और खेती से जुड़ी हर खबर देखने के लिए Green TV India को Subscribe करना ना भूले ::

https://www.youtube.com/user/Greentvindia1

Green TV India की Website Visit करें :: http://www.greentvindia.com/

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Copyright © Rural News Network Pvt Ltd | Newsphere by AF themes.